ॐ मृत्युंजय महादेव त्राहिमां शरणागतम! जन्म
मृत्यु जरा व्याधि पीड़ितं कर्म बंधनःll
कालसर्प दोष को कालसर्प योग भी कहा जाता है। यह योग तब बनता है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं। कालसर्प योग जीवन में हानि, दुविधा, और बाधाओं को सूचित करता है, और इससे अनेक लोगों को कष्ट का सामना करना पड़ा है। उज्जैन में कालसर्प दोष निवारण के लिए की जाने वाली यह पूजा व्यक्ति की अनुपस्थिति में भी संपन्न की जा सकती है।
मंगल पूजा उज्जैन में तब की जाती है जब व्यक्ति के जीवन में विवाह संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। मंगलनाथ मंदिर इस पूजा के लिए प्रसिद्ध है और यह मंगल ग्रह से जुड़ा हुआ है। मंगल ग्रह आत्म-सम्मान, स्वभाव, अहंकार, और संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है। विवाह पर इसका प्रभाव समस्याओं को बढ़ा सकता है, लेकिन मंगल पूजा के माध्यम से इस दोष को दूर किया जा सकता है।
नवग्रह नौ ब्रह्मांडीय वस्तुएं हैं जो मानव जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। ये ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहू और केतु हैं। प्रत्येक ग्रह की अपनी विशेषता और प्रभाव होती है, जो हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करती है। इन ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभाव को समझना, ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण होता है, जो जीवन की समृद्धि और समस्याओं को समझने में मदद करता है।
मेरा नाम आचार्य पंडित देवेंद्र शर्मा है। मेरा निवास स्थान श्री महाकालेश्वर की पवित्र नगरी अवंतिका तीर्थ, उज्जैन, मध्य प्रदेश है। बाल्यकाल से ही इस धार्मिक नगर में गुरुदेव के सानिध्य में रहकर वेद एवं कर्मकांड की गहन शिक्षा प्राप्त की। सन 2002 से महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में गुरुदेव के मार्गदर्शन में विभिन्न प्रकार की पूजाओं का आयोजन और संपादन कर रहा हूँ।
विभिन्न राज्यों में जाकर यज्ञ, महामृत्युंजय जाप, चंडी पाठ (नवचंडी एवं शतचंडी), गृह प्रवेश, वास्तु दोष शांति, व्यापारिक बाधाओं और अन्य अवरोधों को दूर करने हेतु विशेष पूजाओं का कार्य संपादित किया है।
सन 2010 में पूज्य गुरुदेव की छत्रछाया में फलित ज्योतिष की शिक्षा ग्रहण की और तब से कुंडली का अध्ययन, दोषों का विश्लेषण, तथा विविध समस्याओं का समाधान पूजन-पाठ के माध्यम से किया जा रहा है। अब तक लगभग 2000 से अधिक कुंडलियों का विश्लेषण एवं समाधान कर चुका हूँ।
सन 2014 में महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन से ज्योतिष विज्ञान में स्नातकोत्तर (एम.ए.) की उपाधि प्राप्त की। वर्तमान में श्री सिद्धिविनायक ज्योतिष केंद्र, उज्जैन से ज्योतिष और कर्मकांड में रुचि रखने वाले जिज्ञासु छात्रों को शिक्षा देने का कार्य भी किया जा रहा है।
326, Giriraj Ratan Colony, Sector A – Kanipura Road, Ujjain (M.P.) 456010
फोन : +91 9691035740
ईमेल : panditdevendrasharma02@gmail.com
कालसर्प पूजा विशेषज्ञ के रूप में, गुरुजी ने इस पूजा में विशेष निपुणता हासिल की है। उन्होंने अब तक अनगिनत शांति पूजा और यज्ञ संपन्न किए हैं, जिनसे यजमानों को तुरंत ही उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त हुए हैं।